हिंदू अवयस्क और संरक्षण अधिनियम 1956 धारा 8(2) (A) नाबालिक की भूमि उसकी माता के द्वारा संरक्षक के रूप में संपत्ति का बेचान किया गया विचारण न्यायालय ने विक्रय पत्र को शुन्य माना नाबालिगों के द्वारा दावा प्रस्तुत करने की तिथि नाबालिगों के व्यस्क होने से 3 वर्ष है वाद को अंदर मियाद मानते हुए विक्रय पत्र को शुन्य माना
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